झोलाछाप ने कर दिया ऑपरेशन, बच्चे की मौत
जिले में झोलाछाप के इलाज ने एक नवजात की जान ले ली। उसके द्वारा ऑपरेशन से प्रसव किया गया। झोलाछाप के ऑपरेशन से महिला की हालत भी गंभीर बनी हुई है। इस घटना से नाराज स्वजन ने हंगामा किया। पुलिस ने स्वजन की शिकायत पर आपरेशन करने वाले झोलाछाप डाक्टर और एक अन्य अस्पताल की संचालिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। उधर, पुलिस ने इस घटना की सूचना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी गई, लेकिन कोई अधिकारी वहां नहीं पहुंचा।
झोलाछाप के इलाज से मौत का यह मामला सैफनी थाना क्षेत्र का है। कोतवाली शाहबाद के मुहल्ला कानून गोयान निवासी सलमान की पत्नी उमरा गर्भवती थी। 17 जून को उसे प्रसव पीड़ा होने पर स्वजन सैफनी के अंजाना हास्पिटल में लेकर आए। यहां अस्पताल संचालिका ने महिला को भर्ती कर जांच की। महिला को आठवां महीना चल रहा था। अस्पताल संचालिका ने उसे पास में ही चांद अस्पताल में प्रसव के लिए भेज दिया।
आरोप है कि वहां डा. फहीम ने महिला का प्रसव कराया। प्रसव आपरेशन से किया गया। आपरेशन के कुछ देर बाद ही नवजात की मौत हो गई और महिला की हालत लगातार बिगड़ती चली गई। स्वजन ने महिला को बेहतर इलाज के लिए किसी बड़े अस्पताल में रेफर करने को कहा तो डाक्टर ने मना कर दिया। स्वजन का आरोप है कि झोलाछाप ने इलाज के नाम पर पैसा कमाने के लिए जानबूझकर रेफर नहीं किया, जिससे उसकी हालत और बिगड़ गई। हालत ज्यादा गंभीर होने पर डाक्टर ने मुरादाबाद के लिए रेफर किया। स्वजन उसे मुरादाबाद ले गए और एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। उसकी हालत नाजुक है।
बुधवार देर शाम सलमान के पिता इकरार बेग ने सैफनी थाने में तहरीर दी। इस पर पुलिस चांद अस्पताल पहुंची। वहां जांच के बाद पुलिस ने चांद अस्पताल के डा. फहीम और अंजाना अस्पताल की संचालिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
सैफनी थाना प्रभारी हम्वीर सिंह जादौन ने बताया कि डॉ. फहीम के पास चिकित्सा कार्य की कोई डिग्री नहीं है, जबकि अंजाना अस्पताल की संचालिका के पास आयुष की डिग्री है। दोनों के खिलाफ पीड़ित की तहरीर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। साथ ही सीएमओ को भी इसकी सूचना दे दी है। सीएमओ डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। शुक्रवार को टीम भेजकर दोनों अस्पतालों की जांच कराई जाएगी।