खेल ग्राउंड बनाने के लिए, आदिवासी ग्रामीणों से छीनी जा रही जमीन
मामा ने कहा था की जो भी ग्रामीण जहां भी रह रहे है वहीं उसको पट्टा दिया जाएगा उसे कोई नहीं हटाएगा
संजय कलमोर
सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रेहटी में अपने माता-पिता स्मृति में आयोजित कार्यक्रम प्रेम सुंदर टूर्नामेंट के समापन अवसर पर कहा था कि हर गांव में बच्चों के खेल के लिए ग्राउंड की व्यवस्था की जाएगी। पर यह कहना भूल गए कि वह जमीन बीजेपी के दबंग नेताओं से छीन कर बच्चों के लिए ग्राउंड बनाएंगे, ना कि गरीब आदिवासी ग्रामीणों से छीनकर बनाए जाएंगे।
यह पूरा मामला ग्राम पंचायत टीकामोड के अंतर्गत आने वाले ग्राम मांगरोल का है, जहां के गरीब आदिवासी सैकड़ों बरसों से जिस जमीन पर रह रहे हैं वही जमीन अब बच्चों का खेल ग्राउंड बनाने के लिए गरीबों से छीनी जा रही है, इस संबंध में आदिवासियों ने नसरुल्लागंज अनुविभागीय अधिकारी राजस्व दिनेश सिंह तोमर को ज्ञापन भी दिया है।
वही ग्रामीणों का कहना है कि यह जमीन हमारी पैतृक है, हम कई वर्षों से हमारे पास है, जिसमें हम निवास करते आ रहे हैं और अब सरकार द्वारा इस पर खेल ग्राउंड बनाया जा रहा है, जबकि पास ही में एक विशाल खेल का ग्राउंड है, जिसमें सभी गांव के बच्चे खेलते हैं, जिसको नजरअंदाज कर, गरीबों की जगह पर ग्राउंड बनाने की तैयारी की जा रही है, जिसके कारण ग्रामीण आदिवासी अधिकारियों के दरवाजे खटखटा रहे हैं।